जिस काम में , जिस नाम में ,जिस धाम में रहो ,
जिस रंग में , जिस ढंग में , जिस संग में रहो
जिस देह में , जिस गेह में , जिस नेह में रहो
जिस राग में , अनुराग में , बैराग में रहो
जिस मान में , सम्मान में , अपमान में रहो
संसार में , परिवार में , घरवार में रहो
जिस हाल में जिस चाल में , जिस डाल में रहो
जिस देश में , परदेश में , स्वदेश में रहो
राधा रमण , राधा रमण , राधा रमण में रहो
॥ जय श्री राधे कृष्णा ॥
जिस रंग में , जिस ढंग में , जिस संग में रहो
जिस देह में , जिस गेह में , जिस नेह में रहो
जिस राग में , अनुराग में , बैराग में रहो
जिस मान में , सम्मान में , अपमान में रहो
संसार में , परिवार में , घरवार में रहो
जिस हाल में जिस चाल में , जिस डाल में रहो
जिस देश में , परदेश में , स्वदेश में रहो
राधा रमण , राधा रमण , राधा रमण में रहो
॥ जय श्री राधे कृष्णा ॥
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