Saturday, July 9, 2016

नटखट कान्हा



मेरे कान्हा जी बड़े नटखट हैं, वे एक बार हमें पकड़ लें तो छोड़ते नहीं हैं चाहे हम कितना भी प्रयत्न कर लें ।
आपको भी कान्हा जी से प्रेम हो जाएगा, एक बार सच्चे मन से उन्हें अपना मान कर तो देखिए ।
आपके बिगड़े काम बनें या ना बनें, परंतु आपका इस जीवन के पश्चात् उद्धार होना निःसंदेह निश्चित है ।
मेरा कान्हा बहुत ही शरारती है, ऊँची ऊँची सीढ़ियों पर चढ़ जाता है और खेल खेल में हमें बुलाता है । एक बार उस सीढ़ी पर पैर रख दिया, फिर कभी आप डगमगाएंगे नहीं ।
पीछे पीछे राधारानी जी, लाडली जी, आ कर हमें और चढ़ने को प्रोत्साहित करती रहती हैं ।
ऊपर सीढ़ियां चढ़ते जाओ और राधे कान्हा से प्रेम बढ़ाते रहो ।
हरे कृष्ण

0 comments:

Post a Comment

Copyright © 2015-2017 श्री लक्ष्मी-नारायण | Designed With By Blogger Templates
Scroll To Top